100 दिन करोना के

  ’ब्रह्मदेव मिश्र ।


केरल के त्रिशूर मैं चीन के बुहान से एक मेडिकल छात्र बुखार और गले में सूजन के साथ लौटा जो SRV-COV2 के लिए पॉजिटिव पाया गया।
भारत का यह पहला (INDEX) केस था।तब से देश में स्थितियां बिगड़ती गई।पहले 50 दिन में भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 200 से कम थे और मई में प्रतिदिन 2,000 से अधिक केस की रिपोर्ट आई है।देश में पूरे मरीजों की संख्या लगभग 7%केवल 12 महानगरों से है और अधिकतम क्रमशः महाराष्ट्र, गुजरात और नई दिल्ली के आंकड़े बहुत भयानक हैं।
विश्व पटल पर कोरोनावायरस प्रभाव के आंकड़े मुख्यतः अमेरिका, इटली और स्पेन के हालत बहुत खराब है।यहां पर मृत्यु दर आंकड़ों की निम्न चर्चा आवश्यक हैः-
’भारत में 50342 केस में 1886 की मृत्यु।
’बेल्जियम में 50211 केस में 8581 की मृत्यु।
’स्वीडन में 25265 केस में 3175 की मृत्यु।
जान ’हाप किंग्स  यूनिवर्सिटी के अनुसार बेल्जियम के पड़ोसी राज्य नीदरलैंड्स की स्थिति चिंताजनक है जहां 42292 में 5377 मृत्यु हुई।जहां मेक्सिको में 29616 में 2961 मृत्यु हुई।
उपरोक्त आंकड़ों के अनुसार स्वीडन में हालात सबसे भयावह हैं।
अमेरिका में 21 जनवरी को पहला केस रिपोर्ट होने के 100 दिन में ही कोरोनावायरस की संख्या 10 लाख पार कर गई।
रही बात भारत की तो, विशेषज्ञों के अनुसार इस बीमारी का शिखर देखना अभी बाकी है।जीत हार तो बाद की बात है लेकिन बचाव के नियमों के प्रति अनुशासित होकर ही हम इस भयानक संक्रमण से लड़ सकते हैं।