पहली मई से जांच केंद्रों तक डाकिये पहुंचाएंगे टीबी मरीजों के सैम्पल
पहली मई से जांच केंद्रों तक डाकिये पहुंचाएंगे टीबी मरीजों के सैम्पल

 

राज्य क्षय रोग व डाक विभाग में हुआ करार

 

नई व्यवस्था लागू कराने में उत्तर प्रदेश बना पहला राज्य

 

 

सिद्धार्थनगर। पीएम ने वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग (टीबी) के खात्मे का संकल्प लिया है। यह संकल्प समय से पूरा हो सके और मरीजों का सैंपल समय से जांच के लिए केंद्रों पर पहुंचे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के राज्य क्षय रोग विभाग व भारतीय डाक विभाग ने करार किया है। इसके तहत अब पहली मई से जिले के टीबी मरीजों का सैंपल लैब तक डाकिये पहुंचाएंगे। यह व्यवस्था अभी केवल उत्तर प्रदेश में शुरू होने जा रही है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एमडब्लू खान ने बताया कि इस करार के हो जाने से टीबी जांच केंद्रों तक 24 घंटे के अंदर सैंपल पहुंचाने में आसानी मिलेगी। डाकिए समय से सैंपल पहुंचाने में मदद करेंगे। प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के तहत सबसे पहले लखनऊ, आगरा, बदायूं और चंदौली जिले में यह कार्यक्रम चलाया गया था। इन जिलों में मिली सफलता के बाद अब पहली मई से यह व्यवस्था हर जिले में काम करनी शुरू होगी। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों के मामले में सबसे बड़ी चुनौती जल्द से जल्द जांच कराने की होती है। एक टीबी मरीज अनजाने में न जाने कितने लोगों को संक्रमित कर सकता है। इस करार के बाद सैम्पल की जांच में तेजी आएगी और जांच रिपोर्ट आते ही पीड़ित का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। इससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा।