कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते कराह रही है भारतीय अर्थव्यवस्था
आज उसी देश चीन ने दुनिया को धोखा दे दिया। सारी मानवता के लिए एक खतरा पैदा कर दिया। चीन भले ही इस मामले में कितनी भी सफाई देने की कोशिश करे लेकिन सारे तथ्य यह बताते हैं कि कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है। सारी दुनिया जब दिसंबर के महीने में नए साल के आगमन के लिए जश्न की तैयारी में जुटी हुई थी ठीक उसी समय चीन के वुहान प्रांत में कुछ तो ऐसा किया जा रहा था जिसने पूरी मानवता को खतरे में डाल दिया।
उसके बाद के 4 महीनों में भी एक-एक करके चीन और उसके साथी देश की कलई खुलती चली गई। दुनिया ने देखा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी देशों में से एक चीन इस बीमारी का न केवल जनक बना बल्कि उसने पूरी दुनिया से कोरोना से जुड़े तथ्यों को छुपाने का आपराधिक षड्यंत्र भी किया। पी-5 समूह का सबसे ताकतवर देश अमेरिका खुफिया जानकारी होने के बावजूद इस चीनी वायरस से अपने देश को बचा नहीं पाया। गौरवशाली इतिहास और एक दौर में दुनिया पर राज करने वाले ब्रिटेन के शाही परिवार और प्रधानमंत्री तक इस चीनी वायरस की चपेट में आ गए। चौथे स्थायी सदस्य फ्रांस की हालत हम सब जानते हैं। तमाम चौकसी के बावजूद सुरक्षा परिषद का पांचवां स्थायी देश रूस भी अपने आपको इस चीनी वायरस से बचा नहीं पाया।