खिल खिला रही है प्राकृतिक सौंदर्य की देवी, कैद में में है दुनिया

खिल खिला रही है प्राकृतिक सौंदर्य की देवी, कैद में में है दुनिया


आज जहाँ पूरा विश्व सहित देश कोविड 19 महामारी के  कारण लॉक डाउन 2.0 के वैश्विक बन्दी में कैद है। दूसरी तरफ प्रकृति का सौंदर्य खिल उठा है। क्योंकि इस विमारी के कारण पर्यावरण प्रदूष्ण पीछले 7 दसको के न्यूनतम दर से भी नीचे पहुच गया है। विश्व की सनातन भूमि अयोध्या की सड़कों, गलियों सहित माँ सरयू की स्वछ अविरल धारा को देखकर इस बात का अंदाजा लगया जा सकता है। कैलाश मानसरोवर से धरा पर अवतरित माँ सरयू त्रेता कालीन सौंदर्य की अनुपम छटा विखेर रही है। यह प्राकृतिक परिवर्तन विश्व जनमानस के लिए एक सबक तो है ही साथ ही एक सन्देश भी है कि स्वछता विहीन मानव समाज किसी भी प्रकार से सुरछित नहीं रह सकता। जहाँ करोंना के ख़ौफ से जहा पूरा विश्व कराह रहा है वही विश्व भर में हुआ इस तरह का प्राकृतिक परिवर्तन मानव समाज को उनकी गलतियों के सबक का पाठ तो पढ़ा ही रहा है।